- बोलते कम है,सुनते ज्यादा है।
- राय सब की लेना पसन्द करते है बाद मे करते अपनी है।
- अपने अधिकतर काम गुप्त रूप से करते है।
- किसी भी काम के पूर्ण हो जाने पर ही किसी को सूचना देते है।
- सार्वजनिक जगहों पर कम उपस्थित होते है।
- जीवन को अपनी शर्तों पर जीते है।
- अपने अंदर क्या चल रहा है ,किसी को खबर नही होने देते।
- इनके लिए निर्णय लेना कठिन नही होता क्योंकि ये कन्फ्यूज नही होते।
- ये लोकप्रिय होते है क्योंकि इनके चेहरे पर एक स्माइल जरूर होती है जो आकर्षित करती है।
- ये किस्मत और मेहनत के सन्तुलन को जानते है।
- ये किसी से नही उलझते बल्कि किनारे से निकलना पसन्द करते है।
- इनको पता होता है कि किससे कब और कितना बोलना है।
- इनके अंदर अहंकार होता है,जो इनके चेहरे से साफ दिखाई देता है।
- ये समय पर झुकना और समय पर अकड़ने में माहिर होते है।
- ये खुद के ओर दुसरो के जीवन को जैसे चाहे मोड़ सकते है।
- ये बहुत मीठा और बहुत कड़वा बोलने में भी माहिर होते है।
- ये अच्छे राजनीतिज्ञ होते है।
Tuesday, November 26, 2019
एक बुद्धिमान व्यक्ति की पहचान कैसे की जा सकती है?
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श्रीकृष्णार्जुन संवाद (गीता) को किस-किस ने सुना?
महाभारत ‘भीष्मपर्व’ के अंतर्गत ‘श्रीमद्भगवतगीता उपपर्व’ है जो भीष्मपर्व के तेरहवें अध्याय से आरम्भ हो कर बयालीसवें अध्याय में समाप्त होता है...
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कृपया थोड़ी सी बुद्धि एवं विवेक का उपयोग करें और सोचिये : हिरण का चर्म (चमड़ा) किसी के किस काम आता है? केवल कुछ शिकारी, अपनी तड़ी मारने के लिए ...
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महाभारत के मौसल पर्व के अनुसार, श्रीकृष्ण के परमधाम जाने के बाद, अर्जुन नें श्रीकृष्ण के प्रपौत्र वज्र और श्रीकृष्ण की पत्नियों और द्वारिका ...
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श्रीमद भगवद गीता में भगवान श्री कृष्ण जी अर्जुन को उपदेश देते हुए कहते हैं कि पार्थ तुम भी आत्मिक योगबल के द्वारा अपनी अंतरात्मा में झांककर ...
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